हॉर्मोन्स को तीन वर्गों में वर्गीकृत किया जा सकता है - 1. स्टीरॉयड (Steroids) - यह लिपिड में घुलने वाले होते हैं इसका आधार पदार्थ कोलेस्ट्राल होता है। उदाहरण - अण्डाशय द्वारा स्रावित ओऐस्ट्रोजेन (Oestrogens) एवं प्रोजेस्टीरॉन (Progesterone) , वृषण द्वारा स्…
Continue Readingन्यूक्लियोटाइड कोशिका - Nucleotide Cell न्यूक्लियोटाइड कोशिका एक यूकैरियोटिक कोशिका की एक महत्वपूर्ण संरचनात्मक और कार्यात्मक इकाई होती है। यह कोशिका न्यूक्लियक एसिड (DNA या RNA) को संग्रहित करती है और उसे संरचित रखती है। यह न्यूक्लियोटाइड कोशिका न्यूक्लियस …
Continue Readingभूमि या मृदा प्रदूषण ( Soil Pollution) भूमि के विकृत होने को भूमि प्रदूषण कहते हैं, जो मुख्यत: बाहरी पदार्थों के मिलने से होता है। जनसंख्या वृद्धि के साथ-साथ भोजन की आवश्यकता भी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जिसके कारण पैदावार को बढ़ाने के लिए तरह-तरह की रास…
Continue Readingडी.एन.ए. की सदर्न ब्लॉटिंग विधि ( Sedarn blotting method of DNA) इस विधि को सबसे पहले एडविन एम. सदर्न ( Edwin M. Southern) ने सन् 1975 में बनाया था। इस विधि में वैज्ञानिक मे एक विशेष आनुवंशिक जोन को डी.एन.ए. मिश्रण कॉम्पलेक्स से अलग किया था। इस विधि के द्वार…
Continue Readingवर्णमापी का सिद्धान्त ( Theory of Colorimeter) वर्णमापी विश्लेषण एक विशेष प्रकार की सामान्य प्रकाशमापी रासायनिक विश्लेषण ( Photo metric chemical analysis) की स्थिति है। यह विश्लेषण प्रकाश की मात्रा पर आधारित होता है जो कि रंगीन घोल के द्वारा शोषित किया जाता …
Continue Readingकैलस संवर्धन ( Callus Culture) नियन्त्रित ( Controlled) प्रायोगिक स्थिति में ( Invitro) संवर्धन माध्यम पर कोशिका या कतक द्वारा बनाये जाने वाले कोशिकाओं के असंगठित ( Unorganised) एवं अविभाजित ( Undifferentiated) समूह को कैलस ( Callus) कहते हैं। उच्चवर्गीय पौध…
Continue Readingगेहूँ का किट्ट रोग ( Rust Disease of Wheat) गेहूँ के पौधों में रस्ट रोग का अध्ययन सर्वप्रथम डॉ. के.सी. मेहता के द्वारा किया गया था। इस रोग के कारण गेहूं की फसल को बहुत अधिक क्षति पहुंचती है तथा प्रतिवर्ष उत्पादन प्रभावित होता है। इसे रस्ट रोग, किट्ट रोग या र…
Continue Readingकायिक संकरण ( Somatic Hybridization) कुछ पौधों में लैंगिक प्रजनन ( Sexual reproduction) सम्भव नहीं होता है, अत: लैंगिक अनिषेच्यता ( Sexual incompatibility) के गुण को धारण करने वाले पौधों में सामान्य प्रजनन विधियों द्वारा संकर ( Hybrid) पौधों को उत्पन्न करना …
Continue Readingपादप रोग ( Plant disease) पैथोलॉजी या रोग विज्ञान शब्द की उत्पत्ति ग्रीक शब्द पैथॉस ( pathos= disease) से हुई है, जिसका सामान्य शाब्दिक अर्थ 'रोग' होता है। वनस्पति विज्ञान की वह शाखा, जिसके अंतर्गत रोगों के लक्षण ( Symptoms), कारकों ( Factors), हेतु…
Continue Readingशोर प्रदूषण ( Noise pollution) शोर प्रदूषण का अध्ययन करने के पूर्व, शोर और ध्वनि में अंतर समझना आवश्यक है। ध्वनि ( Sound) कर्णप्रिय होता है और अनचाही ध्वनि को शोर ( Noise) कहते हैं। चारों ओर लाउड स्पीकर, टेलीविजन, टेप रिकार्डर, बैंड बाजों की अवांछित ध्वनि …
Continue Readingजैविकी तंत्र ( Biological system) में हानिकारक प्रभाव उत्पन्न करने वाले कारक ( Agent) को विष ( Toxicants) कहते हैं, जो कि तंत्र की संरचना तथा कार्यों को क्षति पहुंचाता है या उसके मृत्यु का कारण होता है। विष की वातावरणीय सांद्रता को प्रभावित करने वाले कारक क…
Continue Readingहायलोप्लाज्म या आधात्री ( Hyaloplasm or Matrix) कोशिकाद्रव्य में आधार भाग पाया जाता है, जो अनेक सूक्ष्म तथा वृहद् अणुओं ( Micro and Macro molecules) का बना होता है, इसे आधात्री ( Matrix) या हायलोप्लाज्म ( Hyaloplasm) या आधारद्रव्य ( Groundplasm) कहते हैं। कु…
Continue Readingt-RNA का क्लोवर लीफ मॉड t-RNA का आकार छोटा होता है। ये 60 प्रकार के राइबोन्यूक्लिक अम्लों के समूह का बना होता है। ये 20 सक्रिय एमीनो एसिड्स के प्रति बहुत घनिष्ठ संबंध दिखाते हैं और उनसे संयोजित होकर उन्हें प्रोटीन-संश्लेषण वाले स्थान तक ले जाते हैं। t-RNA क…
Continue Readingलाइसोसोम ( Lysosome) क्रिश्चियन डी डूवे ने सर्वप्रथम सन् 1955 में लाइसोसोम की खोज की। ये समस्त प्राणी कोशिकाओं में विद्यमान रहते हैं। ये गोलाकार काय होते हैं, जिनका व्यास 0.44 0-84 तक होता है। ये इकहरी यूनिट मेम्ब्रेन से बने होते हैं तथा इनके अन्दर सघन मैट्र…
Continue Readingमाइटोकॉण्ड्रिया ( Mitochondria) कोशिकाद्रव्य में कुछ धागेदार ( Filamentous) रचना होती है। ये प्रायः सभी वायवीय कोशिका ( Aerobic cells), जैसे - उच्च पौधे, जन्तु तथा कुछ सूक्ष्मजीव जैसे-कवक, शैवाल तथा प्रोटोजोआ की कोशिकाओं में पाये जाते हैं। इनकी झिल्ली लिपोप…
Continue Readingअतिरिक्त भ्रूणीय झिल्ली चिक भ्रूण में इनका विकास एक्स्ट्रा - भ्रूणीय ब्लास्टोडर्म ( Extra-embryonic blastoderm) से होता है तथा ये भ्रूण के निर्माण में कोई भाग नहीं लेती है। इसलिए इन्हें एक्स्ट्रा-भ्रूणीय मेम्ब्रेन कहते हैं। इनका कार्य समाप्त हो जाने तथा अण्डे…
Continue Readingऑर्गेनाइजर ( Organizer) भ्रूण के वे विशेष ऊतक, जो दूसरे ऊतकों को उद्दीपन के द्वारा विशेष अंग बनाने के लिए उत्तेजित करते हैं, ऑर्गेनाइजर होते हैं। जैसे - कॉर्डा मीजोडर्म ऊतक, रसायन उत्पन्न करते हैं, जो डॉर्सल एक्टोडर्म की कोशिका को अंग बनाने के लिए प्रेरित करत…
Continue Readingमुर्गी के परिवर्धन में भ्रूणीय कलाएं कशेरुकी प्राणियों के परिवर्धन के समय कुछ ऐसी संरचनाएँ निर्मित होती हैं, जो कि भ्रूण के निर्माण में सहायक नहीं होती हैं, परन्तु विकसित हो रहे भ्रूण की रक्षा एवं व्यवस्थापन के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। ये संरचनाएँ अस्थायी या…
Continue Readingअण्डों के प्रकार (Types of eggs in Hindi) अण्डे मादा युग्मक ( Female gamets) है जो योक के रूप में विकास की पूरी प्रक्रिया के लिए आवश्यक भोजन को संग्रहित करता है। आमतौर पर अंडे गोलाकार या अंडाकार होते हैं। एक परिपक्व अंडे का आकार उसमें उपस्थित योक की मात्रा प…
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