भारत माता की अनमोल रत्न: कविताओं के माध्यम से देशभक्ति मनाना (Bharat Mata's Precious Jewels: Celebrating Patriotism Through Poems) भारत, एक ऐसा देश है जिसका इतिहास और सांस्कृतिक विरासत अद्भुतता से भरा हुआ है। इस महान भूमि का सार्थक संघर्ष और साहस, जो देशव…
Continue Readingकथन की विभिन्न शैलियों में सभी कथन (All statements in different styles of narration) 1) विवादात्मक कथन यह एक ऐसा कथन है जिससे विभिन्न व्यक्तियों या समूहों के बीच विवाद उत्पन्न हो सकता है, क्योंकि इसमें विरोधाभास होता है और इससे असहमति उत्पन्न हो सकती है. विवा…
Continue Readingविवेचनात्मक कथन (Complete description of analytical statement in different styles of narration) विवेचनात्मक कथन का परिचय - विवेचनात्मक कथन एक प्रकार का भाषाई और साहित्यिक अभिवृत्ति है जो किसी विषय या विचार को विश्लेषित करने का प्रयास करती है। इसमें विचारशील…
Continue Readingसुमित्रानंदन पंत जी का जन्म उत्तरांचल राज्य के अल्मोड़ा जिले के कौसानी नामक स्थान पर 20 मई, 1900 ई. को हुआ था। कौसानी हिमालय की गोद में बसा सुरम्य पर्वतीय स्थल है। उसके नैसर्गिक सौन्दर्य का पंत की काव्य संवेदना के विकास में बहुत बड़ा योगदान है। पंत जी छायावाद…
Continue Readingभारत माता पाठ का सारांश प्रकृति के सुकुमार कवि सुमित्रानन्दन पंत ने 'भारत माता' शीर्षक कविता में भारत माता के लिए ही 'प्रवासिनी' शब्द का प्रयोग किया है। परतंत्र भारत माता अत्यन्त दुःखी हैं, उनके पैरों में बेड़ियाँ जकड़ी हुई हैं। उनको संतानें ग…
Continue Readingकथन की विभिन्न शैलियों का संक्षिप्त परिचय शैली का अर्थ - शैली 'शील' धातु से व्युत्पन्न है। न्यतः शैली का आशय लहजा ढंग, परिपाटी, पद्धति, विधि, तौर तरीका आदि से है। शैली आंग्ल शब्द 'स्टाइल' का समानार्थी है। भाषा के पूर्व यदि जीवन के सन्दर्भ मे…
Continue Readingचोरी और प्रायश्चित कहानी का सारांश गांधीजी जब तेरह वर्ष के थे उस समय एक रिश्तेदार के साथ उन्हें बीडी पीने का शौक लगा | उनके काका जी को बीडी पीने की आदत थी | उन दोनों ने काका जी के द्वारा फेके गए बीडी के ठूंठ को चुराकर पीने लगे | बीडी के ये ठूंठ हर समय नही मि…
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