पैलीमॉन जनन तंत्र

पैलीमॉन के नर जनन तंत्र में निम्न अंग पाये जाते हैं।

(i) एक जोड़ी टैस्टीस (A pair of Testis) - ये थौरेक्स के पिछले हिस्से के पृष्ठ तल के मध्य होपैटोपैन्क्रियास के ऊपर तथा पेरीकार्डियम के नीचे पाया जाता है, ये आगे की ओर रीनल सैक तक तथा पीछे की ओर पहले उदरीय खण्ड तक फैली रहती है ये कोमल रचना होती है जो अगले सिरे पर एक दूसरे से अलग रहती है पिछले सिरे पर एक-दूसरे से सटी रहती है दोनों टेस्टीस के मध्य एक स्थान होता है जिसे कार्डियोपायलोरिक स्ट्रैण्ड कहा जाता है, इन टेस्टीस के अन्दर महीन पतले कुण्डली-दार सेमीनीफैरस ट्यूब्यूल्स पाये जाते हैं। इनमें जर्मिनल एपीथीलियम पाया जाता है। जिससे स्पर्म बनते हैं।

(ii) एक जोड़ी वासा डिफरैन्शिया (A pair of vasa differentia) - प्रत्येक टेस्टीस की बाहरी सतह से बहुत लम्बी उलझी हुई नलिका निकलती है। जिसे वासा डिफरैन्शिया कहते हैं इस नलिका के प्रारम्भ का भाग बहुत उलझा हुआ होता है तथा बाद का भाग सीधा होता है प्रत्येक वासा डिफरैन्स दूसरे सिरे पर वैसिक्यूला सेमीनैलिस में खुलता हैं।

(iii) एक जोड़ी वेसिक्यूला सेमीनैलिस (A pair of vesicula Seminalis) - प्रत्येक वासा डिफरैन्स का दूरस्थ भाग पाँचवे चलन टाँग के निकट एक फुली हुई गदा के आकार की संरचना बनाती हैं। जिसे सिक्यूला सेमीनैलिस कहते हैं। प्रत्येक वैसिक्यूला सेमीनैलिस अपनी ओर के पाँचवें वॉकिंग लेग के कोक्सा के आधार पर एक झिरी द्वारा खुलती है इस छिद्र को नर जनन छिद्र कहते हैं। यह जनन छिद्र बाह्य आवरण के एक फ्लैप द्वारा ढँका रहता है। यह स्पर्म बण्डल्स को अपने अन्दर एकत्र करके रखता है।

प्रॉन का मादा जनन तंत्र (Female Reproductive System of Prawn)

प्रॉन के मादा जनन छिद्र (Female Reproductive aperture) तीसरे जोड़े के टांगों में कोक्सा (Coxa) के अन्दर पाए जाते हैं। मादा के उदर खण्डों में एपिमेरा (epimera) पाए जाते हैं।

मादा जनन ग्रन्थियाँ हिपैटोपेंक्रियास के ऊपर एवं पेरिकार्डियम के नीचे स्थित रहती हैं एवं प्रथम उदर खण्ड (Abdominal segment) तक फैली रहती है।

मादा जनन अंग

(1) अण्डाशय (Ovaries) - यह सफेद रंग का हँसियाकार का और एक जोड़ी होते हैं जो कि मध्य में एक-दूसरे से एक दरार (Slit) द्वारा अलग रहते हैं। इस अण्डाशय की संरचना आयु के अनुसार परिवर्तनशील होती है। प्रत्येक अण्डाशय एक मैम्ब्रेनियस कैप्सूल के अन्दर बन्द होती है। इसमें अपरिपक्व अण्डाणु, अण्डाशय के केन्द्र की ओर जबकि परिपक्व अण्डाणु (Mature ova) अण्डाशय के परिधि क्षेत्र (Peripheral Region) में विन्यसित होते हैं। अण्डाणु में योक (Yolk) अधिक मात्रा में पाए जाते हैं।

अण्डवाहिनी (Oviduct) - प्रत्येक अण्डाशय से एक पतली परत वाली छोटी नली निकलती है तथा अग्रशिरा चौड़ा होकर अण्डवाहिनी कीप (ovidutal funnel) जैसी आकृति बनाती है इससे यह दूरस्थ सिरा (Distal end) Third walking legs के कोक्सा (Coxa) में मादा जनन छिद्र (Female genital aperture) द्वारा बाहर खुलती होती है।

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