पैलीमॉन का तंत्रिका तंत्र (Nervous system of palaemon) पैलीमॉन में गुच्छिकाओं एवं तंत्रिकाओं का बना सुविकसित तंत्रिका तंत्र होता है इसको केन्द्रीय (Central) एवं अनुकम्पी (Sympathetic) तंत्रिका तंत्र में बाँट सकते हैं।

(1) केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र (Central nervous system) - इसके तहत् निम्न भाग आते हैं -

(i) मस्तिष्क (Brain) - इसमें ग्रसिका के आगे तथा रोस्ट्रम के आधार पर एक द्विपालित तथा कई गुच्छिकाओं के समेकन से बना मस्तिष्क होता है। इससे प्रत्येक ओर एक-एक निम्न तंत्रिका निकलती है। एण्टीन्यूलरी तंत्रिका- यह ऑप्टिक तंत्रिका के उद्गम के नीचे से निकलकर अपनी ओर के एण्टीन्यूल को जाती है।

ऑप्टिक तंत्रिका - यह नेत्रों व नेत्र पेशियों को जाती हैं। 
ऑप्थैलमिक तंत्रिका - यह कोमल तंत्रिका है जो नेत्र वृत्त तथा पेशियों को जाती है।
एण्टीनरी तंत्रिका - यह एन्टीना को जाती है। यह मजबूत तंत्रिका है।
अध्यावरण तंत्रिका - यह मस्तिष्क में एण्टिनरी तंत्रिका के पीछे निकल कर लेब्रम को जाती है।


(ii) सर्कम इसोफेजियल संयोजनी (Circum -oesophageal commissure) - मस्तिष्क के पश्च पार्श्व से एक मोटी तंत्रिका अर्द्ध वृत्ताकार दशा में ग्रसिका के दोनों ओर से होती हुई नीचे की ओर बढ़कर ग्रसिका के मध्य अधर तल पर स्थित सब इसोफेजियल गैंग्लियॉन से जुड़ जाती है। इन तंत्रिकाओं को सर्कम इसोफेजियल संयोजनी कहते हैं।

(iii) अधर वक्षीय गुच्छिका पिण्ड (Ventral thoracic ganglion mass) - यह लम्बा तथा 11 जोड़ी थोरेसिक गैंग्लियॉन के समेकन से बना होता है।

यह शिरोवक्ष (Cephalothorax) वाले भाग में स्थित होता है। इसके पार्श्वों से 11 जोड़ी तंत्रिकाएँ निकलती हैं जिनमें से प्रथम तीन जोड़ी तंत्रिकाएँ शीर्षस्थ तंत्रिकाएँ होती हैं यह क्रमश: मैण्डिबल्स, मैक्सिल्यूली तथा मैक्सिली को जाती है। इनके पीछे आठ जोड़ी थोरेसिक तंत्रिका होती है जिनमें से प्रथम तीन जोड़ी तंत्रिकाएँ मैक्सिलीपीड्स में तथा शेष पाँच जोड़ी तंत्रिकाएँ चलन टाँगों को जाती हैं ये तंत्रिकाएँ टाँगों में प्रवेश करने के पूर्व निम्न भागों में बँट जाती हैं -

(i) मैण्डिबुलर तंत्रिका - मैण्डिबल्स को जाती है।
(ii) मैक्सीलुलरी तंत्रिका - मैक्सीलुली को जाती है।
(iii) मैक्सिलरी तंत्रिका - मैक्सिला को जाती है।
(iv) मैक्सिपीड तंत्रिका - अपनी ओर की मैक्सिलीपीड को जाती है।

(iv) वेन्ट्रल नर्व कार्ड (Ventral Nerve cord) - यह मोटी तंत्रिका है जो अधर वक्षीय गुच्छिका के पिछले सतह से निकलकर उदर- भाग में मध्य रेखा के साथ-साथ चलकर अन्तिम उदर खण्ड में स्थित 6th एबडामिनल गैंग्लियॉन में समाप्त होती है। इसके द्वारा प्लीओपॉड एक्सटेंशर व फ्लेक्सर पेशीयों को तंत्रिका पहुँचायी जाती है

(2) अनुकम्पी तंत्रिका तंत्र (Sympathetic nervous system) - यह कुछ छोटी गैंग्लियॉन एवं तंत्रिका का बना होता है। मस्तिष्क के मध्य-पश्च भाग से एक छोटी तंत्रिका निकलती है जिस पर दो छोटे विसरल इसोफेजियल गैंग्लियॉन एक के पीछे एक लगे रहते हैं।